प्रतिऔक्सीकारक(Antioxidant)

 14.11.2022

आइ हम शरीरक नीक स्वास्थ्य लेल एक महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा कए रहल छी। विषय केर नाम अछि प्रतिओक्सीकारक। ओना ओकर अंग्रेजी नाम बहुत प्रचलित अछि जे कि एन्टीऑक्सीडेंट होइत अछि। अधिकतर चिकित्सक आ आहार विशेषज्ञ  कहैत रहैत छथि जे फल खौ, हरियर सब्जी सब खौ, तरह तरह के लाभकारी चीज, जेना नेबो, आमला, आदी, लहसुन, हल्दी इत्यादि के अपन डाइट मे सम्मिलित करी ताहि लेल कहैत छथि। ओ कहैत छथि जे एहि सब चीज सँ एन्टीऑक्सीडेंट भेटत।  आखिर एन्टीऑक्सीडेंट की होइत अछि ओकरा बारे मे जननै आवश्यक।


एन्टीऑक्सीडेंट के बारे मे जानकारी सँ पूर्व जरूरी ई अछि जे सर्वप्रथम "फ्री रैडिकल" विषय मे जानी। 

"फ्री रेडिकल" शरीर मे मुक्त कण एकल कोशिकाक रूप मे होइत अछि। ई एकल कोशिका युग्म कोशिका होइ लेल भुखायल रहैत अछि। एहि लेल ओकर सतत प्रयास रहलाक कारण स्वस्थ कोशिका के क्षति पहुँचैत रहैत अछि। एहि तरहेँ स्वस्थ कोशिका ओकरा कारण निरन्तर क्षतिग्रस्त होइत रहैत अछि आ  फलस्वरूप बीमार भ जाय लेल अधिक संभावना भ जाइत अछि।



"फ्री रैडिकल"(मुक्त कण) शरीर मे पाचन क्रियाक फलस्वरूप बनैत रहैत अछि। प्रदूषण, धूम्रपान, ओजोन, एक्स- रे, औद्योगिक प्रदूषण तथा अनेक रसायनिक पदार्थक संसर्ग  सँ सेहो "फ्री रेडिकल"  शरीर मे बढ़ैत अछि।



महत्वपूर्ण बात ई अछि जे "फ्री रेडिकल " अधिक रहनाइ त शरीर लेल खराब होइत अछि परञ्च ओकर उपस्थित रहनाइ आवश्यको अछि। शरीरक इम्मयून सिस्टम ओकरे (फ्री रेडिकल्स)  सहयोग सँ शरीरक सुरक्षा करैत अछि। तेँ जरूरी ई अछि जे फ्री रैडिकल्स ने ज्यादा रहय ने कम , बल्कि बिल्कुल संतुलित रहय। ओहि संतुलन हेतु संतुलित एन्टीऑक्सीडेंट के सेहो जरूरत पड़ैत अछि ताकि आवश्यकता सँ अधिक फ्रीरैडिकल  सामान्य भ जाय।


फ्री रेडिकल आवश्यकता सँ अधिक रहला सँ मधुमेह, हृदय सँ सम्बंधित बीमारी, कैंसर  इत्यादि अनेक बीमारीक संभावना बढ़बैत अछि।


एंटीऑक्सीडेंट  एक प्रकारक अणु(मॉलिक्यूल) होइत अछि जे फ्री रेडिकल सँ लड़ि  ओकरा बेअसर करैतअछि ।  शरीर खुद- बखुद अपनो एन्टी ऑक्सीडेंट बनवैत अछि , अपन

 सुरक्षा हेतु।  एन्टीऑक्सीडेंट वाहरी खाद्य पदार्थ जेना फल , हरियर सब्जी , तथा अन्य पौधा जनित खाद्य मे पाओल जाइत अछि। विटामिन सब  सेहो एंटीऑक्सीडेंट अछि। विटामिन "सी" आ विटामिन "ई " प्रभावी एंटीऑक्सीडेंट अछि।


कियो कियो समय पूर्व जे अधिक उमरगर लगैत अछि ,ओ एही  "फ्री रैडिकल" के कारण सँ।


एहि तरहेँ शरीर कें स्वस्थ रखैक लेल एन्टीऑक्सीडेंट बला समुचित आहार आवश्यक अछि। फ्री रेडिकल असंतुलित भ,  जँ बहुत बढि जाइत अछि तँ शरीर ऑक्सीकरण युक्त तनाव (oxidative stress) मे आबि जाइत अछि । ओहि सँ  डीएनए सेहो कुप्रभावित भय सकैत अछि आ ओहि सँ  तद संदर्भित बीमारी भs सकैत अछि।

फ्री रेडिकल तथा एंटीऑक्सीडेंट दुनू शरीर मे बिल्कुल संतुलित रहैक चाही।

एहि लेल जीवनचर्या  आओर दिन प्रति दिनक आहार अत्यन्त महत्वपूर्ण अछि।  सप्लीमेंटक रूप मे एन्टी ऑक्सीडेंट लेनाइ सँ श्रेयस्कर पौधा जनित खाद्य होइत अछि। हँ, जखन 

कोनो एन्टी ऑक्सीडेंटक स्पष्ट कमी होइत अछि तखन त सप्लीमेंट खइए पड़ैत छैक।


किछु एंटीऑक्सीडेंट युक्त खाद्य पदार्थक नाम लिखि रहल छी । जेना

ग्रीन टी, कॉफ़ी, कारी चॉकलेट, ब्लू बेरी, हल्दी, ऑलिव तेल, फल, तरकारी सब आ सब पौधा जनित अन्य खाद्य जाहि मे अनेकानेक एन्टी ऑक्सीडेंट पाओल जाइत अछि। ओहि सभ सँ शरीरक  फ्री रेडिकल तथा एंटीऑक्सीडेंट कें आसानी सँ संतुलित राखल जा सकैत अछि। एहि सँ बहुत तरहक बीमारी सँ बाँचल जा सकैत अछि।

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