मधुमेह बीमारीक प्रथम अवस्था(stage)

आइ  हम  चर्चा  क s  रहल  छी  जे  कोना - कोना  मधुमेह  बीमारी  क्रमिक  रूप  सं  बढल  चल  जाइत  अछि । 

  जखन  स्वास्थ्य  हमर  बिल्कुल  ठीक  रहैत  अछि अर्थात  मधुमेह  नहि  प्रारंभ  भेल  अछि, तखन जे  भोजन  करैत  छी हम  सभ,  तत्क्षण  हमर  अग्न्याशय  समीचीन  मात्रा  मे  इन्सुलिन रक्त  मे  भेज  दैत  अछि ।  ई  समीचीन  इन्सुलिन  रक्त  मे  प्रविष्ट  ग्लूकोज / चीनी  क s    रक्त  नलिका  माध्यम  सं  विभिन्न  अंगक  कोशिका  सभ  मे  शरीरक  शक्ति  उद्येश्य  पूरा  करैक  लेल  पहुंचा  दैत   अछि । 

कखनो  नियमित , कखनो  अनियमित  खान -पानक  कारणे  भोजन  सं  प्रदत्त  चीनी /ग्लूकोज  आओर  अग्न्याशय  सं स्रावित  इन्सुलिन  केर  मात्रा  असंतुलित  होमय  लगैत  अछि । शरीरक  कोशिका  सभ  धीरे  धीरे  इन्सुलिन  लेल प्रतिरोध  करय लगैत  अछि ।  ओहि  स्थिति  मे, रक्त  मे  खान पान  सं  बनल  ग्लुकोज / चीनी  सामान्य  रूप  सं  कोशिका  सभ  मे  नहि  जा  पवैत अछि ।  तखन  रक्त  मे  चीनी  कम  बेसी  होमय  लगैत  अछि । 

प्रारंभ  मे  त  हमर  अग्न्याशय  बिल्कुल  ठीक  रहैत  अछि । कदाचित  जं  किछु  अधिक  कार्बोहाइड्रेट या  अधिक  ग्लायसेमिक लोड बला  खाना  खा  लैत  छी त  ओहि  सं  बनल  अधिक  ग्लुकोज  सेहो  आसानी  सं  इन्सुलिन  द्वारा कोशिका  सभ  मे  चल  जाइत  अछि  कारण  अग्न्याशय  अधिक  ग्लूकोज  अनुरूप  अधिक  इन्सुलिन स्रावित  करैत  अछि ।  परंच  ई  शिलशिला   किछु  समय  बाद  अवरुद्ध  भ  जाइत  अछि कारण  कोशिका इन्सुलिन  हेतु  प्रतिरोध  करए  लगैत  छैक  ।  कोशिका  के  आवश्यकता  सं  अधिक  ग्लुकोज  नहि  चाही तें  ओ  प्रतिरोध  करय  लगैत  अछि।  ई  स्थिति  4-5  साल  धरि  रहि  सकैत  अछि आओर  भ  सकैत  अछि  जे  कोनो  लक्षण  सं  हमसभ  अनभिज्ञ  सेहो  रही ।  कोशिका द्वारा  इन्सुलिन  प्रतिरोधक  प्रारंभ  मधुमेह  केर  प्रथम  चरण  होइत  अछि । 

अगिला  चरण  हम  अपन  अगिला  ब्लॉग  मे चर्चा  करब। .    

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