मनुष्यक रक्त
10.11.2022
आइ हम मनुष्य शरीरक रक्त विषय मे चर्चा कय रहल छी। शरीर भारक 7 प्रतिशत अंश रक्त होइत अछि। रक्त एक विशेष प्रकारक कोशिका होइत अछि जाहि मे 55% प्लाज़मा होइत अछि आ शेष 45% मे आवश्यकीय तत्व , स्वेत रक्त कण, लाल रक्त कण और प्लेटलेट होइत अछि। प्लाज़मा मे करीब 91प्रतिशत जल तथा करीब 9 प्रतिशत आन आन आवश्यकीय तत्व रहैत अछि ।
एहि तरहेँ रक्तक मुख्य घटक निम्नलिखित अछि।
1.प्लाज्मा:- शरीरक जाहि अंग के जल के आवश्यकता होइत छैक ओकरा दैत रहैत छैक। ओहि सँ रक्त चाप तथा रक्त संचार उचित रूप सँ बनल रहैत अछि। शरीरक अन्य हिस्सा मे हॉर्मोन, प्रोटीन तथा पौस्टिक तत्व सभ के आपूर्ति मे सहयोग करैत अछि। ऑक्सीजन और कार्बनडाईऑक्साइड के आदान प्रदान मे सेहो सहयोग करैत अछि। शरीरक तापमान सामान्य बनल रहैक , अहू प्रक्रिया मे सहयोग करैत अछि।
2. स्वेत रक्त कण:- मुख्य रूप सँ स्वेत रक्त कण के कार्य होइत अछि कोनो तरहक संक्रमण और बीमारी सँ शरीर के बचेनै। सुरक्षा ओकर मुख्य कार्य। स्वेत रक्त कण मे 5 प्रकारक घटक होइत अछि। ग्रेनुलोसाइट (न्यूट्रोफील, एसीनोफील, और बसोफील), मोनोसाइट तथा लिम्फोसाइट (टी कोशिका और बी कोशिका)
स्वेत रक्त कण के लियूकोसाइट सेहो कहल जाइत अछि।
3.लाल रक्त कण:-लाल रक्त कण के ऐरीथ्रोसाइट सेहो कहल जाइत अछि।
ओकर मुख्य कार्य होइत अछि फेफड़ा (Lungs) सँ ऑक्सिजन
शरीरक सभ अँग मे पहुंचेनै संगहि लौटती मे कार्बनडाईऑक्साइड फेफड़ा तक पहुचेनै जे स्वास द्वारा छोड़ल(exhale) जा सकै।
4. प्लेटलेट:- प्लेटलेटक कार्य अछि थक्का बनेनै। जखन कखनो कतौ शरीर मे कैट फैट जाइत अछि तखन शरीर प्लेटलेट के खबरि करैत अछि । प्लेटलेट ओहि कटल जगह पर थक्का जमा दैत अछि आ रक्त बहनाइ रुकि जाइत अछि। तें रक्त बहनै रोकैक लेल एकर भूमिका प्रमुख अछि।
शरीर स्वस्थ रहैक लेल रक्तक एहि चारु घटक कें स्तर सामान्य राखब आवश्यक होइत अछि। रक्त शरीरक सभ अंगक प्रत्येक कोशिका मे निरन्तर संचरित होइत रहैत अछि तेँ ओकरा मे विद्यमान कोनो तरहक असामान्य पदार्थ या असामान्य प्रोटीन ई संकेत दैत अछि जे शरीरक कोन अंगक स्थिति सामान्य सँ खराब अछि। कारण रक्त परीक्षण में क्षतिग्रस्त अंगक कोशिका रक्त मे उपस्थित होमय लगैत अछि।ओही कारण सँ चिकित्सक चेस्टा करैत छथि जे रक्त परीक्षण सँ बुझी जे मोटामोटी खराबी कतय अछि।रक्तक भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होइत अछि । ओकरा बारे मे ज्ञान रखनाइ जरूरी अछि। रक्त कोना सामान्य स्थिति में रहत ओकर चेस्टा हेतु समुचित खान पान अर्थात संतुलित डाइट की होयत ओकरो जानकारी आवश्यक अछि।
हम अपन अगिला ब्लॉग मे एहि सभक संदर्भ मे चर्चा करब।
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