हृदय सँ सम्बन्धित बीमारी(अस्थिर एनजाइना)

 आइ हम हृदय सँ सम्बन्धित किछु सामान्य बीमारी सभक चर्चाक प्रारम्भ कए रहल छी। सर्वप्रथम बीमारी आ बीमारी चिनहैक लेल अनेकानेक परीक्षण विषय मे।

 * *अस्थिर एनजाइना** 

एहि मे छाती , बैंह, जबड़ा, कन्हा, गर्दैन मे दर्द एवं खिंचावक अनुभूति होमय लगैत अछि। आराम के स्थिति मे या कोनो मिहनत नहियों केलाक स्थित मे एहि तरहक दर्द होइत अछि।

साँस फुलनै,पसीना एनै, रद्द भेनै, पेट मे दर्द भेनै, चक्कर एनै, थकान लगनै,बेहोशी एनै इत्यादि सभ सेहो भ सकैत अछि। कखनो काल एहि सब लक्षण कें ठीक सँ नहि बूझि पबैत छथि। मगर एहि सब पर ध्यान देबाक चाही।

कखनो काल पेट मे गैसक कारण सँ सेहो छाती मे दर्द होइत अछि। ओ किछु खेला पिलाक कारण सँ होइत अछि आ ओ थोरे कालक बाद स्वयं ठीक भ जाइत अछि।


स्थिर एनजाइना मे दर्द शरीरक स्थिति बदलला पर आराम होइत अछि। समुचित दवाइ और आराम ओकर उपचार थिक।  अस्थिर एनजाइना कें गंभीर मानि तुरन्त  और शीघ्राति शीघ्र नीक चिकित्सक एवं चिकित्सालय सँ संपर्क करवाक चाही। एहि मे दर्दक अनुभूति शरीरक कोनो पैटर्न मे होइते रहैत अछि। शरीरक पैटर्न पर निर्भर नहि रहैत अछि ।


**अस्थिर एनजाइनाक वास्ते या अन्य हृदय सम्बन्धित बीमारी सभ लेल  परीक्षण(Tests)* 

1. रक्त परीक्षण:-  रक्त परीक्षण कए चिकित्सक हृदयक ट्रोपोनिन(cardiac troponin) स्तर देखैत छथि। एहि स्तर कें देखि ओ सुनिश्चित करैत छथि जे छातीक दर्द हृदय घातक एनजाइनाक कारण सँ अछि या अन्य कारण सँ। चिकित्सक ओकर अलावा वसा, कोलेस्ट्रॉल, सरकरा एवं प्रोटीन सभक सेहो स्तर देखैत छथि जाहि सँ चिकित्सा करै मे सुविधा होनि। ट्रोपोनिन l केर सामान्य स्तर 0-0.04 मानल  जाइत अछि।


2. इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम(ECG):-

एहि परीक्षण सँ ई पता चलैत अछि जे हृदयक अंदर विद्युतीय आवेगक(electrical impulse)  की स्थिति अछि?हृदयक धड़कन कहीं काफी अधिक -कम नहि तँ छैक वा धड़कन छैहो वा नहि? हृदयक धड़कन (Heart rhyme) सँ एहि पैटर्न कें पता चलैत अछि जे हृदय मे रक्त प्रवाह मंद अछि या रुकैतो अछि?

एहि तरहें ई परीक्षण हृदयगत बीमारी मे महत्वपूर्ण होइत अछि।


3.छातीक एक्स- रे(X-ray):-

छातीक एक्स -रे सँ चिकित्सक ई सुनिश्चित करैत छथि जे कहीं अन्य कारण सँ त नहि छातीक दर्द अछि। ओहि सँ हृदय के आकार कें देखल जाइत अछि। लंग्स(फुफुस) सेहो देखल जाइत अछि।


4. तनाव परीक्षण(Stress Test):-

तनावक दरमियान हृदयक कार्य करैक स्थिति की रहैत अछि , ओहि दरमियान संदर्भित अन्य पैमाना सभक परीक्षण , हृदयक धड़कन इत्यादि हेतु तनाव परीक्षण कराओल जाइत अछि। एहि परीक्षण मे मरीज कें ट्रेडमिल , या चिकित्सीय साईकल पर चढ़ा कें जांच कएल जाइत अछि।

चिकित्सक ई देखैत छथि जे तनावक स्थिति मे हृदय केहेन प्रतिक्रिया करैत अछि।


5. इक्कोकार्डियोग्राम परीक्षण(Echo cardiogram Test):-

एहि परीक्षण मे ध्वनि तरंगक माध्यम सँ चलैत(moving) हृदयक चित्र प्राप्त होइत अछि। एहि सँ देखल जाइत अछि जे हृदय अंदर रक्तक वहाव सामान्य अछि वा नहि। ई परीक्षण तनाव स्थिति मे सेहो करायल जाइत अछि जकरा तनाव इकोकार्डियोग्राम(stress Echo Test) कहल जाइत अछि।

6.न्यूक्लियर तनाव परीक्षण(Nuclear Stress Test):-

एहि परीक्षण कें एमपीआई(MPI) परीक्षण सेहो कहल जाइत अछि। एमपीआई(MPI) अर्थात मायोकार्डियल परफ्यूजन इमेजिंग। एहि परीक्षण सँ हृदय मांशपेशी मे रक्तक प्रवाह आराम के स्थिति मे तथा तनावक स्थिति दुनू स्थिति मे केहेन अछि ई पता लगैत अछि। एहि परीक्षण मे एक रेडियोधर्मी अनुरेखक(radio active tracer) रक्त मे इन्जेक्शन द्वारा देल जाइत अछि। एकटा विशिष्ट स्कैनर सेहो लागल रहैत अछि जे देखैत अछि जे कोना कोना रेडियो एक्टिव ट्रेसर  रक्त द्वारा हृदयक धमनी मे जाइत अछि। जतय ओकर उपस्थिति न्यून या बिल्कुल नहि रहैत अछि ओ दृष्टिगत भ जाइत अछि। एहि परीक्षण मे किछु समय तँ लगैत अछि मगर तनाव परीक्षण थोरे सटीक होइत अछि।



7.कार्डिएक कंप्यूटरीकृत टोमोग्राफी (CT) परीक्षण:-

एहि परीक्षण सँ ई पता चलैत अछि जे कहीं हृदयक आकार कहीं नमहर((enlarged) नहि तँ भए गेल अछि। इहो पता चलैत अछि जे हृदयक धमनी कतय पातर भ गेलैक अछि।


8.एमआरआइ(MRI) परीक्षण:- कार्डिएक मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग

एहि परीक्षण मे चुम्बकीय क्षेत्र एवं रेडियो तरंगक माध्यम सँ हृदयक एवं ओकर रक्त वहिका सभक विस्तृत फ़ोटो लेल जाइत अछि । नीक सँ पता चलैत अछि जे हृदयक संरचना एवं रक्त वहिकाक स्थिति केहेन अछि।


9. कोरोनरी एंजियोग्राफी:-

एहि परीक्षण मे हृदयक रक्त वहिकाक  (Blood Vessels) अवलोकन  एवं परीक्षण हेतु एक्स-रे  केर प्रयोग होइत अछि। एहि परीक्षण कें कार्डिएक कैथीटेराइजेशन सेहो कहल जाइत अछि। एहि परीक्षण मे एक पातर ट्यूब जकरा कैथेटर कहल जाइत अछि, ओकरा बैंह वा ग्रोइन(जांघ आ पेटक बीचक स्थान) मे उपस्थित रक्त वहिकाक माध्यम सँ हृदयक धमनी मे प्रवेश करायल जाइत अछि। एक तरहक रंग(dye) कें कैथेटर मे इंजेक्ट कएल जाइत अछि। ओहना स्थिति मे एक्स रे द्वारा जे फ़ोटो खिंचल जाइत अछि ओ बहुत स्पष्ट बतबैत अछि जे कोना कोना रक्तक बहाव धमनी सभ मे भ रहल अछि। कोनो रक्त प्रवाह अवरुद्धता या न्यून अवरुद्धता कें  पता चलि जाइत अछि एहि परीक्षण सँ।


अगिला ब्लॉग मे उपचार हेतु तथ्य सँ अवगत कराएब।

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